शिव कार्तिकेयन के लिए मेजर मुकुंद का किरदार निभाना बड़ी चुनौती थी।
उन्होंने कहा कि एक बार हां कह दी, तो डर का सवाल ही नहीं था।
उनके पिता से सीखी हुई अनुशासन की बातें इस किरदार को निभाने में बहुत काम आईं।
मेजर मुकुंद के परिवार से मिलकर शिव को सैनिक और उनके परिवार की सच्चाई समझने का मौका मिला।
कश्मीर में शूटिंग के दौरान शिव ने राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों से मुलाकात की, जो एक खास अनुभव था।
सीनियर आर्मी अफसरों ने शिव की एक्टिंग की तारीफ की, जिससे उन्हें आत्मविश्वास मिला।
विजय सर के साथ काम करने का अनुभव शिव के लिए प्रेरणादायक था।
शिव कार्तिकेयन ने
अमरन
को भारतीय सैनिकों और उनके परिवारों के संघर्ष को श्रद्धांजलि बताया।